राज्यसभा चुनाव को लेकर झामुमो और कांग्रेस में मची तकरार, सोनिया से दिल्ली में मिले सोरेन
एसपीएन, रांची : झारखंड में 2 सीटों के लिए होने वाले राज्यसभा चुनाव को लेकर लगातार सस्पेंस बना हुआ है. हालांकि इस सस्पेंस को झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक दल की बैठक में खत्म कर दिया गया है. शनिवार को सीएम हेमंत सोरेन ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की. कांग्रेस की दावेदारी पेश करने के बाद झामुमो ने खुलकर कह दिया है कि प्रत्याशी उसका होगा. साथ ही यह भी सलाह दी गई है कि गठबंधन धर्म के नाम पर कांग्रेस झामुमो को डिक्टेट नहीं करे. झामुमो के इस रुख से सत्तारूढ़ गठबंधन के रिश्ते में खटास आना स्वाभाविक है.
महागठबंधन में मची है रार
एक ओर जहां कांग्रेस राज्य की दो सीटों के लिए हो रहे चुनावों में एक सीट के लिए अपना उम्मीदवार उतारना चाहती है और इसके लिए झामुमो का समर्थन चाहती है वहीं 82 सदस्यीय विधानसभा में 30 विधायकों वाली झामुमो ने हर हाल में चुनाव में अपना उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है. मुलाकात के बाद झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि मैंने सोनिया गांधी से मुलाकात की और उन्हें राज्यसभा चुनाव के बारे में जानकारी दी.
कांग्रेस के हो सकते हैं उम्मीदवार
राज्यसभा में सत्ताधारी गठबंधन और विपक्ष दोनों के एक-एक सदस्यों के चुने जाने की संभावना है. सूत्रों ने दावा किया कि झारखंड में महा गठबंधन से कांग्रेस को राज्यसभा सीट मिलने की संभावना है. झामुमो के तीस विधायक हैं वहीं उसकी समर्थक कांग्रेस के कुल 17 विधायक हैं. जबकि मुख्य विपक्षी बीजेपी के कुल 26 विधायक हैं. कांग्रेस से राज्यसभा के टिकट की उम्मीद लगाने वालों में पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय, पूर्व विधायक फुरकान अंसारी और पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व सांसद डॉ. अजय कुमार का नाम शामिल है.
जीत के लिए चाहिए 28 विधायक
झारखंड में दस जून को राज्यसभा की दो सीटों के लिए मतदान होना है. 82 सदस्यीय झारखंड विधानसभा में 81 निर्वाचित सदस्य होते हैं लेकिन इस समय झारखंड विकास मोर्चा से कांग्रेस में गये विधायक बंधु तिर्की की सदस्यता आय से अधिक संपत्ति मामले में 28 मार्च को तीन वर्ष कैद की सजा पाने के बाद समाप्त हो चुकी है जिसके चलते विधानसभा में मतदान करने योग्य कुल सदस्यों की संख्या 80 ही रह गयी है. अतः राज्य की वर्तमान विधानसभा में एनडीए के एक उम्मीदवार का राज्यसभा में जाना तय माना जा रहा है.