पीएम स्पेशल’ स्कीम से बुजुर्गों को घर पर मिलेगी सस्ती व बेहतरीन चिकित्सा सेवाएं

एसपीएन,नई दिल्लीः केंद्र सरकार बुजुर्गों को घर पर सस्ती चिकित्सा देखभाल प्रदान करने के लिए एक नई योजना ‘पीएम स्पेशल’ शुरू करने जा रही है. केंद्रीय सामाजिक न्याय और विकास मंत्रालय के अनुसार विभाग द्वारा एक सप्ताह के भीतर प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने की संभावना है.
सितंबर में लॉन्च होगा पोर्टल
मोदी सरकार दस हजार वृद्धावस्था देखभाल करने वाले जराचिकित्सकों को प्रशिक्षित करने की योजना बना रहा है. जेरिएट्रिक चिकित्सा का वह क्षेत्र है जो वृद्ध लोगों की स्वास्थ्य देखभाल पर केंद्रित है. इस योजना से जुड़ा ऑनलाइन पोर्टल सितंबर में लॉन्च किया जाएगा जिसके माध्यम से आम जनता के लिए सुविधा उपलब्ध होगी.
गुणवत्ता से समझाैता नहीं
त्रालय के सचिव आर सुब्रह्मण्यम ने कहा, ‘जराचिकित्सा पेशेवरों की आवश्यकताओं को अब तक ठीक से पूरा नहीं किया गया है. या तो पर्याप्त रूप से प्रशिक्षित व्यक्ति या पेशेवर रूप से प्रशिक्षित व्यक्ति नहीं हैं. उन्होंने आगे कहा, सेवा भी बहुत महंगी हो गई है. यहां, हम प्रशिक्षण की गुणवत्ता के मामले में कुछ मानक निर्धारित करेंगे और शुल्क भी वहनीय होगा.
पेशेवर देंगे युवाओं को प्रशिक्षण
सुब्रह्मण्यम ने कहा, ‘अभी अगर कोई अपने घर पर जराचिकित्सा देखभाल करने वाला चाहता है, तो उसे कई चैनलों से गुजरना होता है. कभी-कभी उन्हें ठीक से प्रशिक्षित नहीं किया जाता है और वे बहुत अधिक शुल्क भी लेते हैं. लेकिन हम एक बहुत ही व्यवस्थित प्रशिक्षण कार्यक्रम ला रहे हैं जिसे स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा अनुमोदित किया गया है. इसका प्रशिक्षण पेशेवरों द्वारा दिया जाएगा.
ये लोग कर सकेंगे आवेदन
कोई भी व्यक्ति जिसने 12वीं कक्षा तक शिक्षा पूरी कर ली है, वह योजना के तहत प्रशिक्षण के लिए आवेदन कर सकेगा. “एससी, एसटी और अन्य हाशिए के समुदायों के कम से कम 10,000 लोगों को मुफ्त में प्रशिक्षित किया जाएगा. प्रशिक्षित लोगों का डेटाबेस एक पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा और जो कोई भी जराचिकित्सा देखभालकर्ता चाहता है, वह लॉगिन करने और उपलब्धता की जांच करने में सक्षम होगा.
एक लाख को मिलेगा रोजगार
मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि इस योजना से भारत में वृद्धावस्था देखभाल सेवा की लागत में कमी आने की संभावना है. लेकिन इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि बुजुर्गों को गुणवत्तापूर्ण देखभाल प्रदान करने का इरादा है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यह योजना लगभग 1 लाख (100,000) लोगों को रोजगार भी प्रदान करेगी. मंत्रालय बुजुर्गों के लिए कई योजनाएं चलाता है, जिसमें गरिमा के साथ पुन: रोजगार की योजना भी शामिल है.