बिहार में ओवैसी को बड़ा झटका, राजद नंबर वन, चार विधायकों ने छोड़ा साथ
एसपीएन, पटना : बिहार विधानसभा में एक बार फिर से आरजेडी सबसे बड़ी पार्टी बन गयी है. क्योंकि एआईएमआईएम के 4 विधायक आरजेडी में शामिल हो गए हैं. प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल इमान को छोड़कर सभी चारों विधायक औपचारिक तौर पर आरजेडी में शामिल हो गए.
तीन महीने में दूसरी वार बदला पाला
तीन महीने के दौरान बिहार में ये दूसरा मौका है जब बिहार में किसी पार्टी के विधायक टूटकर किसी दूसरे दल में जा मिले हों. इससे पहले इसी साल मार्च के महीने में मुकेश सहनी की पार्टी में भी ऐसी ही टूट हुई थी. इस बदलाव के बाद बीजेपी विधायकों की संख्या 74 से बढ़कर 77 हो गई थी. वहीं, अभी एआईएमआईएम के विधायकों के आरजेडी में शामिल हो जाने की वजह से तेजस्वी की पार्टी के विधायकों की संख्या बढ़कर अब 80 हो गई है. पटना में राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा, ‘बिहार एआइएमएम के पांच विधायकों में से 4 आज हमारी पार्टी में शामिल हो गए हैं.
सहनी के
तीन विध्नायकों ने थामा बीजेपी का दामन
साल 2020 के नवंबर महीने में हुए बिहार विधानसभा चुनावों में एनडीए के खाते में 125 सीटें आई थीं. वहीं, आरजेडी के नेतृत्व लड़ने वाली महागठबंधन को 110 सीटें प्राप्त हुई थीं. इसके अलावा एआईएमआईएम को पांच, बीएसपी को एक और एलजेपी को एक सीट पर जीत मिली थी. वहीं एक सीट निर्दलीय उम्मीदवार के पाले में गई थी. बाद में एनडीए गठबंधन की सहयोगी वीआईपी ने खुद को गठबंधन से अलग कर दिया था. लेकिन इस पार्टी के 4 विधायकों में से तीन ने बीजेपी का दामन थाम लिया था.
ओवैसी को बिहार में बड़ा झटका लगा
असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी के जिन चार विधायकों ने आरजेडी का दामन थामा है उसमें बायसी सीट से सैयद रुकनुद्दीन अहमद, जोकीहाट विधानसभा सीट से शाहनवाज आलम, कोचाधामन सीट से मोहम्मद इजहार असफी और बहादुरगंज विधानसभा सीट से मोहम्मद अंजार नईमी का नाम शामिल है. इस फेरबदल के बाद ओवैसी को बिहार में बड़ा झटका लगा है. हालांकि, अमौर सीट से चुनाव जीतने वाले अख्तरुल ईमान अभी भी ओवैसी के साथ हैं.