पाकिस्तान में बैठे इकबाल काना के इशारे पर रची थी दरभंगा स्टेशन पर धमाके की साजिश
एसपीएन, पटना : दरभंगा ब्लास्ट केस के आरोपी हैदराबाद से गिरफ्तार दोनों भाइयों को एनआईए की टीम शुक्रवार को इंडिगो की फ्लाइट सुबह 11.00 बजे लेकर पटना एयरपोर्ट लाई और कड़ी सुरक्षा में एनआईए के विशेष न्यायाधीश गुरुविंदर सिंह की अदालत में पेश किया गया. उन्हें सात दिनों की न्यायिक हिरासत में बेऊर जेल भेजने का आदेश दिया तथा साथ ही एनआईए को पूछताछ के लिए 9 जुलाई तक पुलिस रिमांड भी मिली. पूछताछ में यह खुलासा हुआ कि सलीम के घर में सारी योजना पाकिस्तान में बैठे इकबाल काना के इशारे पर बनाई गई थी.
सलीम के घर पर पर बना था प्लान
एनआईए के मुताबिक फरवरी 2021 में शामली में सलीम के घर पर हैदराबाद से गिरफ्तार नासिर, इमरान और सलीम के साथ शामली में गिरफ्तार कफील की मीटिंग हुई थी. उसी मीटिंग में ट्रेन में बम धमाके का प्लान सलीम ने बताया था. सलीम ने ही अब तक गिरफ्तार किए जा चुके सभी आरोपियों का परिचय पाकिस्तान में बैठे इकबाल काना से करवाया था. हाजी सलीम कैराना कस्बे के मोहल्ला बिस्तयान, जबकि कफील आलखुर्द मोहल्ले का रहने वाला है. सलीम ने ही नासीर मलिक को धमाके के लिए भर्ती किया था.
17 को दरभंगा रेलवे स्टेशन पर हुआ था ब्लास्ट
गौरतलब है कि 17 जून को बिहार के दरभंगा स्टेशन में कपड़े के एक गट्ठर में विस्फोट हुआ था. धमाका होते ही हंगामा मच गया पार्सल पर लिखा नाम पता और मोबाइल नंबर छानबीन में फर्जी निकला था. इस घटना की जांच शुरू में यूपी बिहार और तेलंगाना की एटीएस कर रही थी. विस्फोट में केमिकल बम के इस्तेमाल का खुलासा हुआ था बाद में इसकी जांच को एनआईए को सौंप दी गई थी. एनआई के राडार में शुरू से ही नासिर और इमरान थे. बुधवार को दोनों भाइयों को जांच एजेंसी ने हैदराबाद से गिरफ्तार किया था. इस घटना की जांच जीआरपी बिहार एटीएस, तेलंगाना एटीएस व यूपी एटीएस ने शुरू की थी.