अमरेंद्र ने झाड़ा पल्ला, बादल ने लौटाया पद्म विभूषण, सरकार से किसानों की वार्ता जारी
अमरिंदर का आरोप, जब अकाली दल केंद्र सरकार में शामिल थी, तब ये कानून तैयार हुए थे ऐसे में तब विरोध क्यों नहीं किया गया था.
नई दिल्ली, एसपीएन।पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने गृहमंत्री अमित शाह के साथ बैठक के बाद इस आंदोलन से अपना पल्ला झाड़ते हुए कहा उनका किसानों और सरकार के बीच चल रही वार्ता में कोई रोल नहीं है और ये सिर्फ किसानों और सरकार के बीच है. मैंने गृह मंत्री से कहा है कि इस मुद्दे को जल्द से जल्द सुलझाया जाए क्योंकि इसका मेरे राज्य और देश पर बुरा असर पड़ा रहा है.
अमरेंद्र ने साधा अकाली दल पर निशाना
कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन आज 8वें दिन भी जारी है. इस बीच किसानों और सरकार के बीच वार्ता भी जारी है. हालांकि, कैप्टन अमरिंदर सिंह भी अकाली दल पर हमलावर हैं और अकाली दल को घेरते आए हैं. अमरिंदर ने आरोप लगाया था कि जब अकाली दल केंद्र सरकार में शामिल थी, तब ये कानून तैयार हुए थे ऐसे में तब विरोध क्यों नहीं किया गया था.
किसानों के बीच पहुंचे भीम आर्मी के चंद्रशेखर
वहीं दिल्ली से नोएडा बॉर्डर पर कई किसान डेरा डाले हुए हैं और रास्ते को बंद कर दिया था. जबकि कई अन्य समूहों ने टिकरी बॉर्डर, गाजीपुर बॉर्डर और चिल्ला बॉर्डर पर आवागमन को रोक दिया है. विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों के बीच भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद भी पहुंच गए हैं. भीम आर्मी के प्रमुख ने कहा, “हम लोग किसानों के साथ हैं और अगर सरकार इनके साथ तानाशाही करेगी तो हम सड़कों पर उतरेंगे.
ढींढसा भी लौटाएंगे अपना पद्म भूषण सम्मान
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और अकाली दल के नेता प्रकाश सिंह बादल ने किसानों के समर्थन में अपना पद्म विभूषण सरकार को वापस लौटा दिया है. अपने सम्मान को लौटाते हुए प्रकाश सिंह बादल ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को चिट्ठी लिख कर केंद्र सरकार के कृषि कानूनों का विरोध किया है. उनके अलावा अकाली दल के नेता रहे सुखदेव सिंह ढींढसा अभी अपना पद्म भूषण सम्मान लौटाने की बात कही है.