बिहार मंत्रिमंडल में विस्तार की सुगबुगाहट, कुछ को बाहर का रास्ता, नये की होगी इंट्री
बिहार में जल्द मंत्रिमंडल का विस्तार होने वाला है. उपराष्ट्रपति चुनाव के बाद बीजेपी के कई मंत्रियों को परफॉर्मेंस के आधार पर बाहर का रास्ता दिखाने की बात भी होती रही है.
सुशील, एसपीएन, पटना : बिहार विधान परिषद के 7 सीटों पर चुनाव और राष्ट्रपति चुनाव के बाद बिहार मंत्रिमंडल में विस्तार की चर्चा फिर से शुरू हो गई है. बिहार में वीआईपी के मुकेश सहनी को मंत्रिमंडल से हटाने के बाद से ही मंत्रिमंडल में फेरबदल की चर्चा हो रही है. बीच में विधान परिषद और राष्ट्रपति चुनाव के कारण इसे टाला गया था. लेकिन फिर से नीतीश मंत्रिमंडल में विस्तार की सुगबुगाहट तेज हो गई है.
बनाए जा सकते हैं 35 से 36 मंत्री
बिहार में अभी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ 30 मंत्री हैं. विधानसभा में विधायकों की संख्या बल के हिसाब से 35 से 36 मंत्री बनाए जा सकते हैं. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा इस पटना आ रहे हैं. सूत्र बता रहे हैं कि सीएम नीतीश कुमार से भी जेपी नड्डा की मुलाकात हो सकती है और वो मीटिंग में मंत्रिमंडल विस्तार की बात आगे बढ़ा सकते हैं. फिलहाल बीजेपी के 16 और जदयू के सीएम समेत 13 मंत्री सरकार में हैं.
नीतीश से हो सकती है विस्तार पर चर्चा
वीआईपी के तीन विधायक जब बीजेपी में शामिल हुए थे तो उसी समय यह चर्चा थी कि उसमें से एक को मंत्री बनाया जाएगा. इसके साथ बीजेपी में बड़े उलटफेर भी हो सकते हैं. मंत्रिमंडल सुगबुगाहट की चर्चा इसलिए हो रही है, क्योंकि इस महीने के अंत में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नढ़्डा पार्टी के कार्यक्रम में भाग लेने पटना आ रहे हैं और नीतीश कुमार से मुलाकात हो सकती है. इसमें मंत्रिमंडल सहित कई मुद्दों पर बातचीत भी होगी.
नड्डा पार्टी कार्यक्रम में करेंगे शिरकत
वहीं बीजेपी के पार्टी प्रवक्ता विनोद शर्मा ने कहा जब भी बीजेपी के राष्ट्रीय स्तर के नेता आते हैं तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जरूर मिलते हैं. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा आ रहे हैं तो नीतीश कुमार से मुलाकात हो सकती है. और मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर बात आगे बढ़ने की संभावना जताई जा रही है. जेपी नड्डा पटना में कई कार्यक्रम में शिरकत करेंगे और गंगा प्रसाद की पुस्तक का लोकार्पण भी करेंगे.
हटाए जा सकते हैं बीजेपी के बीमार मंत्री
वहीं उपमुख्यमंत्री में भी फेरबदल होने की चर्चा होती रही है. विधानसभा अध्यक्ष को लेकर भी कई तरह के कयास लगाए जाते रहे हैं. विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा 1 साल में राष्ट्रपति, लोकसभा अध्यक्ष और प्रधानमंत्री का कार्यक्रम करा चुके हैं. ऐसे में इन्हें भी नई जिम्मेवारी देने की चर्चा हो रही है. वहीं बीजेपी कोटे के एक मंत्री लंबे समय से बीमार भी चल रहे हैं, उन्हें भी मंत्रिमंडल से हटाया जा सकता है.
शीर्ष नेताओं की सहमति के बाद फैसला
दूसरी तरफ जदयू में भी कुछ नए चेहरे को मौका मिल सकता है. हालांकि ऐसा तब होगा जब नीतीश कुमार और बीजेपी के शीर्ष नेताओं के बीच सहमति बनेगी. ऐसे लंबे समय से बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा होती रही है, लेकिन विधान परिषद चुनाव और फिर उसके बाद राष्ट्रपति चुनाव के कारण टलता रहा है. ऐसे में मंत्रिमंडल का विस्तार उपराष्ट्रपति चुनाव के बाद ही होगा. ऐसे में जेपी नड्डा के पटना आने के बाद ही बात आगे बढ़ेगी.