विरोध के नाम पर बवाल, पटना से जाने वाली सभी ट्रनें रद्द, जहानावाद में फूंकी बस व ट्रक
एसपीएन, पटना : अग्निपथ स्कीम को लेकर शुक्रवार को बिहार के अलग-अलग जिलों में उत्पात के बाद शनिवार को भी कई ट्रेनें रद्द कर दी गई है. छात्रों ने शनिवार को बिहार बंद बुलाया है, जिसका आरजेडी सहित कई राजनीतिक दल समर्थन कर रहे हैं. ज्यादातर जिलों में इंटरनेट सेवा बाधित रहने की वजह से वीडियो और तस्वीरें सामने नहीं आ पा रही है लेकिन बंद का व्यापक असर दिख रहा है.
मगध एक्सप्रेस सहित 34 ट्रेनें रद्द
शनिवार सुबह गया से पटना आने वाली 18624 हटिया इस्लामपूर एक्स्प्रेस के अलावा लगभग सभी ट्रेनों को रद्द कर दिया गया. पटना से गया जाने वाली सभी ट्रेनों का परिचालन भी बाधित कर दिया गया है. इससे रेल्वे यात्रियों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है. बिहार में जगह-जगह विरोध-प्रदर्शन के कारण शनिवार को नयी दिल्ली से खुलनेवाली मगध एक्सप्रेस सहित विभिन्न रूटों की 34 ट्रेनें रद्द रहेगी. पूमरे के मुख्य जनसंपर्क पदाधिकारी वीरेंद्र कुमार ने यह जानकारी दी.
सौ से ज्यादा प्रदर्शनकारी गिरफ्तार
गौरतलब है कि बिहार के लखीसराय और आरा जिले के कुल्हड़िया स्टेशन पर प्रदर्शनकारियों ने ट्रेन में आग लगा दी थी. प्रदर्शनकारियों ने रेलवे स्टेशनों पर भी तोड़फोड़ की थी. नालंदा जिले के इस्लामपुर स्टेशन पर प्रदर्शनकारियों ने मगध एक्सप्रेस की चार बोगियां फूंक दी थीं और पथराव भी किया था. हिंसक प्रदर्शन के बाद पुलिस ने सख्त रुख अपना लिया है. सरकार ने एक दिन पहले ही 12 जिलों में इंटरनेट सेवा निलंबित कर दी थी. अब तक सौ से ज्यादा प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया है.
विशेष सशस्त्र पुलिस बल की तैनाती
बंद के मद्देनजर पुलिस मुख्यालय ने सभी एसडीओ और एसडीपीओ को को अलर्ट रहने को कहा है. आज के बंद के दौरान लॉ एंड आर्डर न बिगड़े इसके लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं. राजधानी पटना सहित पूरे बिहार के सभी थानाध्यक्षों को अपने-अपने इलाकों में सतर्क रहने को कहा किया गया है. राजधानी पटना सहित बिहार के कुछ संभावित जिले जहां पर उपद्रव हो सकता है वहां पर अतिरिक्त पुलिस बल के साथ साथ बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस बल के जवानों को भी तैनाती की गई है.
सरकार का तानाशाही कदम बताया
राजद के प्रदेश प्रवक्ता चितरंजन गगन ने सरकार द्वारा राज्य के बड़े हिस्से में इन्टरनेट और टेलीकॉम सेवा बन्द किए जाने के निर्णय का तीखी शब्दों में आलोचना करते हुए इसे सरकार का तानाशाही कदम बताया है. उन्होंने कहा आज जीवन के हर क्षेत्र इन्टरनेट और टेलीकॉम सेवा से जुड़ा हुआ है. इसके बन्द करने का सबसे बुरा असर शिक्षा, स्वास्थ्य, बैंकिंग से लेकर आम रोजमर्रा के चीजों पर पड़ेगा. अग्निपथ के विरोध में खड़ा हुए आन्दोलन से राज्य सरकार का संतुलन गड़बड़ा गया है. इससे स्थिति और भी खराब होगी.
कैमूर में एनएच पर उतरे प्रदर्शनकारी
छपरा, बेगूसराय, दरभंगा में प्रदर्शनकारियों से निपटने के लिए प्रशासन पूरी तरह चौकस है। बक्सर में स्टेशन परिसर की सुरक्षा बढ़ाई गई है जबकि लखीसराय में प्रदर्शनकारियों ने यातायात को बाधित कर दिया है. कैमूर और रोहतास जिले में भी प्रदर्शनकारी एनएच पर उतरे हैं लेकिन अब तक यहां से कोई अप्रिय घटना की खबर सामने नहीं आई है. सभी जिलों के डीएम और एसपी छात्रों से शांति बरतने की अपील कर रहे हैं. बंद का आह्वान बिहार के छात्र-युवा संगठन आइसा-इनौस, रोजगार संघर्ष संयुक्त मोर्चा और सेना भर्ती जवान मोर्चा ने किया है.