प्रशांत का प्रहार, सीएम की साख पर उठाए सवाल
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने पत्रकरों से बात करते हुए कहा नीतीश कुमार जैसे पढ़े-लिखे व्यक्ति के मुख्यमंत्री रहते हुए बिहार की शिक्षा व्यवस्था का ध्वस्त हो जाना उनके कार्यकाल का सबसे बड़ा काला अध्याय है।
पटना, सीपीएनएनएन : प्रशांत किशोर ने जन सुराज पदयात्रा के दौरान बनियापुर में कहा कि अगस्त में महागठबंधन की सरकार बनी और जब अक्टूबर में पदयात्रा की उन्होंने शुरुआत की तो लोग कहते थे कि आरजेडी के सत्ता में आने के बाद कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है। पीके ने कहा कि जो डर लोगों के मन में था वो कहीं न कहीं सच साबित होता दिख रहा है। आरजेडी जब भी सरकार में होती है लोगों का जो अनुभव रहा है उससे कानून व्यवस्था खराब होने की आशंका बनी रहती है। यह डर अब जमीन पर दिखने लगी है। चुनावी रणनीतिकार से राजनेता बनने की कोशिश में लगे पीके ने एक बार फिर नीतीश कुमार की राजनीतिक साख पर बड़ा सवाल खड़ा करते हुए बड़ा हमला बोला है।
नीतीश का भरोसा नहीं
जन सुराज यात्रा के दौरान पीके ने कहा कि केवल महागठबंधन बनाकर भाजपा को नहीं हरा सकते, नीतीश पर कभी भरोसा नहीं किया जा सकता है। पीके ने जन सुराज पदयात्रा के 170वें दिन की शुरुआत सारण के बनियापुर प्रखंड की लौंवा कला पंचायत स्थित संत जलेश्वर एकेडमी मैदान में सर्वधर्म प्रार्थना से की। उन्होंने कहा जब उनकी पदयात्रा सीवान पहुंची उसके बाद से वो यह सुन रहे हैं कि किसी का मर्डर हो गया तो किसी का अपहरण हो गया। सीएम पर हमला करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि यदि कोई सड़क टूट गई है तो कल बन जाएगी, लेकिन शिक्षा व्यवस्था के ध्वस्त हो जाने से दो पीढ़ियां को जीवन भर शिक्षित समाज के पीछे ही रहना पड़ेगा।
यूपी जैसा होगा हाल
उन्होंने कहा 2015 के बाद ऐसे जितने भी प्रयोग हुए हैं उसमें गठबंधन, महागठबंधन को ज्यादातर हार मिली है और बीजेपी को जीत मिली है. उत्तर प्रदेश, असम इसका सीधा उदहारण है, और जो प्रयास बिहार में नीतीश कुमार के तरफ से किए जा रहे हैं उसका हाल भी कुछ वैसा ही होने वाला है.प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार के बच्चों की मूलभूत समस्या है शिक्षा और रोजगार। जब तक आप इसके नाम पर वोट नहीं करेंगे तब तक कोई भी सरकार या कोई भी व्यवस्था आ जाए आपकी स्थिति नहीं सुधरेगी। अगर आप वोट भारत-पाकिस्तान के नाम पर करते हैं तो टीवी पर भारत-पाकिस्तान ही देखने को मिलता है। वोट राम मंदिर के नाम पर किया है तो 30 वर्ष के बाद ही सही राम मंदिर बन ही रहा है।