पंचायत चुनाव में राजनीतिक दल के झंडे का किया इस्तेमाल तो रद्द हो जाएगी उम्मीदवारी
एसपीएन, पटना : बिहार में पंचायत चुनाव कराने को लेकर तैयारियों में जुटे राज्य निर्वाचन आयोग ने जिला प्रशासन को निर्देश जारी करते हुए कहा है कि बात का खासा ध्यान रखा जाए कि कोई भी उम्मीदवार किसी भी राजनीतिक दल के झंडे का इस्तेमाल नहीं करे. ना ही राजनीतिक दलों के बैनर का इस्तेमाल करेगा. चुनाव में अगर राजनीतिक दलों की भागीदारी या उसका सीधा संबंध अगर उम्मीदवारों के लिए साबित होता है तो उम्मीदवारी रद्द की जा सकती है.
मुखिया और सरपंच के नामांकन के लिए एक हजार
राज्य निर्वाचन आयोग ने निर्देश जारी किया है कि कोई भी उम्मीदवार अगर कही भी कार्यालय खोलता है तो उसकी सारी जानकारी जिला निर्वाचन पदाधिकारी को देगा ताकि उसकी पूरी सूचना रहे. सभी निर्देशों को पूरी तरह पालन करने के लिए उम्मीदवारों द्वारा शपथ पत्र भी देना अनिवार्य है. किसी भी सरकारी दफ्तर या भवन की दीवारों पर कोई बैनर पोस्टर नहीं चिपकाया जा सकता है. मुखिया और सरपंच को अपना नामांकन के लिए निर्वाचन आयोग के पास एक हजार रुपये जमा कराने होंगे. इसके साथ ही पंच और वार्ड सदस्यों के लिए आयोग ने 250 – 250 रुपये राशि जमा करने का निर्देश जारी किया है.
4 से 5 दिनों में प्लान भेजने का मिला निर्देश
निर्वाचन आयोग ने सभी जिला निर्वाचन पदाधिकारियों को 10 चरणों में चुनाव कराए जाने को लेकर 4 से 5 दिनों में चुनाव का प्लान भेजने का निर्देश दिया है. आयोग का मानना है कि जिलों से मिलने वाली रिपोर्ट के आधार पर फाइनल प्लानिंग तय की जाएगी, जिसे अंतिम मंजूरी के लिए राज्य सरकार को भेजा जाएगा. सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया है कि वैश्विक महामारी कोरोना से बचाव के लिए सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन और निर्देशों का सख्ती से पालन किया जाए. चुनाव से जुड़े किसी कानून के तहत अयोग्य घोषित किया गया है तो ऐसे कैंडिडेट भी दावेदारी नहीं कर सकेंगे.
सितंबर-अक्टूबर में शुरू हो सकती है चुनाव प्रक्रिया
ध्यान रहे कि बिहार में पंचायत सदस्यों का कार्यकाल 16 जून को समाप्त हो गया, जिसके राज्य सरकार ने विकास कार्यों की देखरेख के लिए पंचायत सलाहकार समितियों का गठन किया. समितियां नए सदस्यों के निर्वाचित होने तक राज्य में पंचायतों की ओर से किए गए कार्यों की निगरानी करेंगी. निर्वाचन विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक, ‘इस साल मानसून ने बिहार में समय पर प्रवेश किया है. अगर चीजें अपेक्षित रास्ते पर चलती हैं, तो चुनाव की प्रक्रिया सितंबर-अक्टूबर में शुरू हो जाएगी इसको लेकर राज्य निर्वाचन आयोग की तरफ से तैयारियों का दौर जारी है.