गिरिराज का नीतीश से सवाल- जब नेता का परिवार सुरक्षित नहीं तो जनता का क्या होगा
एसपीएन, पटना : अरवल के पूर्व विधायक चितरंजन शर्मा के दो भाइयों की हत्या के बाद सियासत इन दिनों गर्म है. अपने बयानों से सुर्खियों में रहने वाले केंद्रीय मंत्री एवं बीजेपी के वरिष्ठ फायर ब्रांड नेता गिरिराज सिंह ने एक बार फिर र सवाल उठाए हैं. गिरिराज सिंह ने कहा कि जब सत्ता के नेताओं के परिवार सुरक्षित नहीं हैं तो आम आवाम को कैसे सुरक्षित करेंगे.
नीतीश कुमार से मिलकर करेंगे बात
इस घटना के बाद लगातार उनके पैतृक आवास पर बीजेपी के कई बड़े नेता, मंत्री, विधायक, सांसद पहुंच रहे हैं. वहीं शनिवार को केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और श्रम मंत्री देवेश मिश्रा चितरंजन शर्मा से मिलने उनके पैतृक आवास धनरूआ के नीमा गांव पहुंचे. पहुंचे. बीजेपी के पूर्व विधायक यहां उन्होंने विधायक के दो भाइयों की हत्या की घटना पर चिंता जाहिर करते हुए कहा वे नीतीश कुमार से मिलकर चितरंजन शर्मा के परिवार को सुरक्षित करने के लिए बात करेंगे.
2 जून को दो भाईयों की हुई हत्या
बहरहाल आपको बता दें कि 2 जून को पटना के पत्रकार नगर थाना क्षेत्र में दिनदहाड़े पूर्व विधायक के दो भाइयों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने इस पूरे हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया है कि इस मामले में कुल 6 लोगों को अभियुक्त बनाया गया है. इस हत्याकांड को अंजाम देने वाले नीमा गांव के ही रहने वाले बबलू सिंह उर्फ हरेंद्र सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. अपराधी को गिरफ्तार करने के साथ-साथ हत्याकांड मामले से जुड़े हुए लोगों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी जारी है.
पूर्व विधायक के 4 परिजनों की हत्या
आपको बता दें कि एक महीने पहले ही पूर्व विधायक के चाचा और भतीजे की भी हत्या कर दी गई थी. बताया जाता है कि पांडव गैंग का इसके पीछे हाथ है. पांच पांडव में से अब सिर्फ गिरोह में दो लोग बचे हैं, संजय सिंह और चित्तरंजन शर्मा. एसएसपी ने बताया कि एक ही गांव के दो परिवारों की पुरानी अदावत चलती आई है. चितरंजन शर्मा जब विधायक बने तो 2020 में संजय सिंह पर गोली चली थी. कहा गया कि हमला पूर्व विधायक के समर्थकों द्वारा कराया गया है.
26 अप्रैल को चाचा भतीजे की हत्या
संजय सिंह तो बच गया लेकिन बदला लेने के लिए अपने लोगों को तैयार कर रहा है. 26 अप्रैल को जहानाबाद शहर के होटल कारोबारी अभिराम शर्मा और मसौढ़ी में दिनेश शर्मा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी दोनों चितरंजन शर्मा के चाचा भतीजा थे. इस हत्या का मेन शूटर नीतीश था, जिसे जेल भेज दिया गया है. संजय सिंह ने नीतीश से मुलाकात की थी और अगले दिन चाचा भतीजा का आधे घंटे के अंदर मर्डर कर दिया गया था. हत्या के तुरंत बाद नीतीश झारखंड भाग गया था.
बताया जाता है कि आरोपी जिस बाइक से आए थे, उस पर प्रेस लिखा हुआ था.