बिहार देश का सर्वाधिक महिला पुलिसकर्मियों वाला राज्य, लड़कों से आगे हैं लड़कियां
सुशील, पटना : बिहार में नीतीश कुमार की सरकार महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए लगातार प्रोत्साहित करती रही है. पंचायत चुनाव में 50 प्रतिशत आरक्षण हो या इंजीनियंरिंग-मेडिकल की पढ़ाई में लड़कियों के लिए सीट रिजर्व. सरकार महिलाओं को प्रमोट कर रही हैं. बिहार पुलिस बल में किसी भी प्रदेश की तुलना में महिलाओं का प्रतिनिधित्व सबसे ज्यादा है.
4499 में 3804 लड़कियों ने मारी बाजी
बिहार में दारोगा-सार्जेंट के फिजिकल में सबसे पहले परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थियों को दौड़ में शामिल होना होता है. दौड़ में लड़कों को साढ़े छह मिनट में 1600 मीटर की दूरी तय करनी होती है, तो वहीं लड़कियों को छह मिनट में 1000 मीटर दौड़ लगानी है. दारोगा-सार्जेंट बहाली में 8149 लड़के दौड़ में शामिल हुए थे जिनमें 3282 ही पास कर पाए. जबकि 4499 लड़कियों में 3804 ने बाजी मार ली.
दौड़ में लड़कों से है दोगुना प्रतिशत
लड़कियां लड़कों से किसी मामले में कम नहीं है. बस उसे भी बराबरी का मौका मिले. बिहार की बेटियों ने इसे साबित कर दिया है. बिहार पुलिस के दारोगा-सार्जेंट की फिजिकल टेस्ट में लड़कियों ने लड़कों को पछाड़ दिया है. दारोगा बाहाली के दौड़ पास करने के मामले में लड़कियों का प्रतिशत लड़कों से दोगुना है. 84.55 प्रतिशत लड़कियों ने दौड़ में बाजी मारी है. वहीं लड़कों का प्रतिशत महज 40.27.
साधारण परिवार की हैं महिलाएं
ज्यादातर महिलाओं के पिता किसान हैं, या जीवन-यापन के लिए छोटे-मोटे रोजगार करते हैं. इनमें वो महिलाएं भी शामिल हैं जो शादीशुदा हैं और घर और बच्चों की दोहरी जिम्मेदारी निभाते हुए यहां तक पहुंची है. इसके साथ ही इनमें वैसी लड़कियां भी हैं जो पहले से बिहार पुलिस या अर्द्धसैनिक बल में सिपाही है. शॉटपुट, हाई व लांग जंप आता है इसमें भी लड़के और लड़कियों के लिए अलग-अलग पैमाने हैं. सबसे अंत में लड़कों की लम्बाई और सीने की माप ली जाती है. तो वहीं लड़कियों की लंबाई और वजन मापा जाता है.
38 फीसदी प्रतिनिधित्व का लक्ष्य
इस परीक्षा में पास करने वाली ज्यादातर लड़कियां मध्यम और निम्न मध्यम वर्गीय परिवार से आती हैं. बिहार पुलिस द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक बिहार पुलिस में कुल 69883 सिपाहियों में महिला सिपाहियों की संख्या 18744 है. यह कुल सिपाहियों का 26.8 प्रतिशत है. बिहार पुलिस में 10130 सब-इंस्पेक्टर कार्यरत हैं. इनमें 1637 महिलाएं हैं. बिहार ने अपने पुलिस फोर्स में 38 फीसदी प्रतिनिधित्व महिलाओं को देने का लक्ष्य रखा है.