पांच चुनाव जीतने वाली पद्मश्री भागीरथी देवी ने बीजेपी से दिया इस्तीफा, पार्टी पर लगाए आरोप
पटना, एसपीएन : पश्चिम चंपारण की रामनगर विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक पद्मश्री भागीरथी देवी ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है. लगातार पांच चुनाव जीतने वाली बीजेपी एमएलए पद्मश्री भागीरथी देवी ने उन्होंने कहा है कि दलित होने के कारण उनकी बातें नहीं सुनी जाती है.
राष्ट्रीय व प्रदेश कार्य समिति से देंगी इस्तीफा
पुनाईचक स्थित अपने आवास पर मीडिया को संबोधित करते हुए भागीरथी ने पार्टी के क्रियाकलापों से परेशान होने की बात कही. भागीरथी ने कहा कि बिहार भाजपा अध्यक्ष डा. संजय कुमार जायसवाल मेरी परेशानी से अवगत हैं, बावजूद इसके कोई कार्रवाई नहीं होती. उन्होंने राष्ट्रीय कार्यसमिति और प्रदेश कार्य समिति से इस्तीफा देने की पेशकश कर दी है. उन्होंने कहा कि दलित समझ कर मुझे परेशान किया जाता है. उन्होंने बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि जिले के संगठन में भी हमारी कोई पूछ नहीं है. जिला संगठन में दूसरे दल के लोगों को मदद पहुंचाने वालों की पूछ होती है.
नरेंद्र मोदी को मानती हैं अपना भगवान
हालांकि भागीरथी ने पीएम नरेन्द्र मोदी को भगवान कहते हुए पार्टी में बने रहने की बात कही है. उन्होंने आरोप लगाया कि जब से बगहा जिला हुआ है तब से पार्टी में मुझे छांट दिया जा रहा है. एक दलित महिला को पार्टी में इतना बड़ा पद दिया और पद्मश्री देकर मान बढ़ाया. उन्होंने यह भी कहा है मैं भाजपा में बनी रहूंगी और पार्टी का कार्य करूंगी. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डा. संजय जायसवाल ने कहा कि विधायक भागीरथी देवी प्रदेश स्तरीय समर्पित और सम्मानित नेता हैं. उनकी जिला संगठन से थोड़ी नाराजगी है. उनकी नाराजगी दूर कर ली जाएगी और भाजपा उनका सदैव सम्मान करती है.
पिछड़े व गरीब परिवार से आती हैं भागीरथी
भागीरथी देवी की पहचान एक ऐसी महिला के रूप में है, जो गरीब, मजबूर और घरेलू हिंसा से पीड़ित महिलाओं के लिए आवाज बुलंद करती है. पिछड़े और गरीब परिवार से आने वाली भागीरथी देवी विधायक बनने से पहले 800 रुपये महीने पर प्रखंड कार्यालय नरकटियागंज में नौकरी करती थीं. उन्होंने पहला चुनाव 2000 में नरकटियागंज विधानसभा से जीता था. इसके बाद दूसरी बार भी 2005 के विधानसभा चुनाव में यहां से जीत दर्ज की. इसके बाद वह यहां लगातार तीन बार विधायक चुनी गई है. बता दें कि बीजेपी विधायक रश्मि वर्मा ने भी इस्तीफा देने की बात कही थी. इस मामले में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल का हस्तक्षेप करना पड़ा था.