छापे में जांच एजेंसियों को 200 से ज्यादा जमीन के डीड मिले, 20 किलो सोना भी बरामद
एसपीएन, पटना : बिहार में बुधवार का दिन कई घटनाओं को लेकर सुर्खियों में रहा. एक तरफ नई सरकार ने विधान सभा में विश्वास मत हासिल किया वहीं दूसरी ओर राजद नेताओं के घर जांच एजेसिंयों के छापे से सूबे में हड़कंप मचा रहा. सूत्रों के अनुसार छापेमारी के दौरान 200 से ज्यादा जमीन के डीड बरामद हुआ है. 20 किलो से ज्यादा सोने की ज्वेलरी भी बरामद की गई है.
राजद नेताओं पर शिकंजा
छापे को लेकर दिन पर बिहार में गहमागहमी का माहौल बना रहा है. केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई की टीम ने पटना, कटिहार और मधुबनी में कई ठिकानों पर छापेमारी की. सीबीआई ने जिन आरजेडी नेताओं पर शिकंजा कसा है, उसमें राजद एमएलसी सुनील सिंह, पूर्व आरजेडी एमएलसी सुबोध राय, राज्यसभा सांसद अशफाक करीम और फैयाज अहमद शामिल हैं. इ
अधिकारिक पुष्टि नहीं
आरजेडी नेताओं ने आरोप लगाया कि बिहार में महागठबंधन सरकार बनने के बाद केन्द्र सरकार बदले की भावना में कार्रवाई कर रही है. लेकिन सीबीआई के विश्वस सूत्रों की माने तो इन नेताओं के घर पर आकूत संपत्ति मिली है. बेनामी कागजात और भारी मात्रा में सोने के आभूषण बरामद किए गए. फिलहाल इसको लेकर सीबीआई की तरफ से कोई अधिकारिक पुष्टि नहीं की गयी.
भारी संख्या में मिली नकदी
सूत्रों के अनुसार आरजेडी के कई नेताओं के ठिकानों पर केन्द्रीय एजेंसी ने नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले में 200 से अधिक जमीन के डीड बरामद किए हैं. राजद के एमएलसी सुनील कुमार सिंह के ठिकानों से दिल्ली के गुड़गांव स्थित बन रहे मॉल का पेपर भी बरामद हुआ है. छापेमारी में भारी संख्या में नगद भी मिला है. जिसकी गिनती अभी तक जारी है.
जारी रहेगी यह कार्रवाई
जमीन के बदले नौकरी देने के मामले में सीबीआई ने अपना शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. माना जा रहा है कि आगे भी यह कार्रवाई चलेगी कई और इसकी जद में आरजेडी के कई नेता आ सकते हैं. सांसद फैयाज अहमद के आवास पर छापे में कई अहम कागजात और काफी रुपये मिलने की सूचना है. बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के गुरूग्राम स्थित अर्नब क्यूब्स मॉल में भी छापेमारी की है.
तेजस्वी ने किया खारिज
जानकारी के अनुसार, इस मॉल में तेजस्वी यादव की हिस्सेदारी है. ये मामला भी नौकरी के बदले जमीन से जुड़ा बताया जा रहा है. दरअसल, आरोप ये है कि जब लालू यादव रेल मंत्री थे, तो उस दौरान उन्होंने रेलवे में नौकरी के बदले कई जगहों पर जमीन लिखवाई थी. इसमें आरोप है कि तेजस्वी यादव के नाम भी कई जमीन लिखवाई गई थी. वहीं तेजस्वी ने आरोपों को सिरे से नकार दिया है.