जदयू का नेता है पेपर लीक मामले में गिरफ्तार शक्ति कुमार, रालोसपा का था संगठन सचिव
एसपीएन, पटना : शुक्रवार को आर्थिक अपराध ईकाई ने गया के राम शरण सिंह इवनिंग कॉलेज के अधीक्षक जिस शक्ति कुमार को गिरफ्तार किया है वह जनता दल यूनाइटेड का नेता निकला पहले वह उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी का प्रदेश संगठन सचिव रह चुका है. जब कुशवाहा की पार्टी का विलय जेडीयू में हुआ तो उसने भी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की.
प्रश्न पत्र को स्कैन कर किया फॉरवर्ड
शक्ति कुमार ने कबूला है कि बीपीएससी का सी सेट का प्रश्न पत्र उसने अपने मोबाइल से स्कैन किया और उसे आगे फॉरवर्ड किया था. शक्ति कुमार ने बीपीएससी के प्रश्न पत्र को स्कैन कर आगे फॉरवर्ड करने की बात कबूली है. शक्ति कुमार ने बताया गया कि वर्ष 2010 में गया जिला में किराए का भवन लेकर राम शरण सिंह इवनिंग कॉलेज नाम से प्राइवेट कॉलेज खोला था. वह खुद इस कॉलेज का प्रिंसिपल है. साल 2011 में कॉलेज को एफिलिएशन मिला था.
प्रिंसिपल के साथ्र केंद्र अधीक्षक हैं शक्ति
4 वर्षों से इस कॉलेज में विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षा आयोजित की गई. इसी क्रम में बीते 8 मई को कॉलेज में बीपीएसपी की परीक्षा भी आयोजित की गई थी. शक्ति कुमार ने ईओयू के सामने स्वीकार किया है कि उसने डॉक स्कैनर मोबाइल ऐप के जरिए बीपीएससी प्रश्न पत्र को स्कैन कर कपिल देव नाम के व्यक्ति को व्हाट्सएप पर भेजा था. आर्थिक अपराध इकाई द्वारा गठित एसआइटी की टीम ने शुक्रवार को डेल्हा स्थित रामशरण सिंह इवनिंग कॉलेज के केंद्राधीक्षक शक्ति कुमार को गिरफ्तार किया था.
नेताओं और कई मंत्रियों के साथ हैं तस्वीरें
उसकी वर्ष 2018 में ही संबद्धता (एफीलिएशन) रद्द कर दी गयी थी. लेकिन इसके बावजूद बीते चार साल से इस कॉलेज में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के सेंटर बनाए जा रहे थे. बीपीएससी ने किन परिस्थितियों में इस कॉलेज में सेंटर बनाया आर्थिक अपराध इकाई की टीम इस मामले की भी जांच कर रही है.राजनीतिक तौर पर पूरी तरह सक्रिय शक्ति कुमार की जेडीयू के कई बड़े नेताओं और मंत्रियों के साथ तस्वीरें भी हैं. सबसे हैरानी की बात यह है कि शक्ति कुमार गया के डेल्हा के जिस राम शरण सिंह इवनिंग कॉलेज के प्रिंसिपल और केंद्र अधीक्षक हैं.