तलाक पर फिर छलका तेजप्रताप का दर्द, परिवार को किया जा रहा है ब्लैकमेल
एसपीएन, पटना : राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव ने अपने तलाक मामले में कई खुलासे किए. तेजप्रताप ने कहा कि पिछले चार साल से वह जो झेल रहे हैं, उसे कोई नहीं समझ सकता. तेज प्रताप यादव ने आरोप लगाया कि उनकी पत्नी और ससुराल वाले उन्हें प्रताड़ित कर रहे हैं. तलाक के मुआवजे के रूप में करोड़ों रुपये की मांग कर रहे हैं.
सार्वजनिक कर सकते हैं साक्ष्य
वैवाहिक विवाद में फंसे तेजप्रताप यादव ने कड़े शब्दों में कहा कि वह अपने और परिजनों के शारीरिक और मानसिक संताप को साबित करने के लिए अनगिनत वीडियो क्लिप और अन्य साक्ष्य सार्वजनिक कर सकते हैं. तेजप्रताप ने लगभग सात मिनट लंबे एक वीडियो बयान में कहा, मेरे, मेरे माता-पिता और भाई-बहनों ने भी मौखिक प्रताड़नाएं सही हैं.
मेरे माता-पिता को भी गाली दी
तेज प्रताप फेसबुक पेज से लाइव थे और इस दौरान उन्होंने ऐश्वर्या और उनके परिवार पर कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं. उन्होंने मेरे माता-पिता को भी गाली दी है. मेरे पिता कई बीमारियों से पीड़ित हैं और वर्तमान में अस्पताल में भर्ती हैं. मैं पिछले 4 वर्षों से वर्तमान में फैमिली कोर्ट में चल रहे तलाक के मामले में दुर्दशा का सामना कर रहा हूं.”
पूर्व मुख्यमंत्री थे लालू के समधी
राजद विधायक तेजप्रताप मई 2018 में दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री दरोगा प्रसाद राय की पोती ऐश्वर्या राय के साथ शादी के बंधन में बंधे थे और उनका वैवाहिक जीवन छह महीने से भी कम समय चल पाया था. उनसे अलग रह रहीं उनकी पत्नी ऐश्वर्या राय तलाक की काउंसलिंग के लिए 28 जून को पटना उच्च न्यायालय में पेश हुए थे.
नहीं चाहता एश्वर्य की बदनामी
तेज प्रताप ने यह भी दावा किया कि उनके पास भी ससुराल वालों के खिलाफ कई सबूत हैं. उन्होंने कई वीडियो क्लिप भी रखे हुए हैं लेकिन मामला उनकी पत्नी से जुड़ा हुआ है, जो एक लड़की हैं. इसलिए वह किसी हाल में एश्वर्य को बदनाम नहीं करना चाहते. इसी का लिहाज करते हुए वह इन चीजों का खुलासा नहीं कर रहे हैं.
विपक्षी दलों के प्रभाव में मीडिया
वहीं दूसरी और तेज प्रताप यादव ने मीडिया संगठनों से अनुरोध करते हुए कहा कि गलत सूचना प्रकाशित न करें. कहा- “मुझे पता था कि कुछ मीडिया संगठन मेरी सार्वजनिक छवि खराब करने के लिए विपक्षी दलों के प्रभाव में फर्जी खबरें चला रहे थे. मैं उनसे ऐसा नहीं करने का अनुरोध कर रहा हूं. यह मेरा निजी मामला है इसमें हस्तक्षेप न करें.