गलत जानकारी देकर फंस गया चोकसी, एंटीगा में शुरू की गई सदस्यता रद्द करने की प्रक्रिया
एसपीएन, नई दिल्ली। एंटीगा के सूचना मंत्री मेलफोर्ड निकोलस ने दावा किया है कि मेहुल चोकसी ने एंटीगा की नागरिकता लेने के लिए जो जानकारी दी थी वह गलत निकली. इसके बाद अब भगोड़ा हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी की दिक्कत बढ़ती दिखाई पड़ रही है. मेलफोर्ड ने कहा, नागरिकता लेने के लिए गलत जानकारी देना बड़ा अपराध है और उसकी नागरिकता रद्द करने की प्रक्रिया शुरू कर चुके हैं. बता दें कि मेहुल चोकसी इस समय डोमिनिका में अवैध प्रवेश करने के मामले में हिरासत में है.
नोटिस के बाद अदालत में चोकसी ने दी चुनौती
मेलफोर्ड की ओर से जानकारी दी गई कि चोकसी ने नागरिकता के लिए जब आवेदन किया था उस वक्त उसका नाम ऐसे किसी भी एजेंसी के सामने नहीं आया जो ये बता सके कि उसके खिलाफ कोई आरोप है या नहीं. उन्होंने बताया कि इस बात की जानकारी जैसे ही सरकार को लगी उन्होंने मेहुल चोकसी को नोटिस दिया. इसके बाद जब उसकी सदस्यता रद्द करने की प्रक्रिया शुरू की गई तो उसने अदालत में उसे चुनौती दे दी.
अदालत जल्द करेगी चोकसी के भविष्य का फैसला
डोमिनिका के अवैध तरीके से प्रवेश करने के मामले में हिरासत में लिए गए मेहुल चोकसी को लेकर डोमिनिका के प्रधानमंत्री रोसवेल्ट स्केरिट ने बड़ा बयान दिया है और उसे भारतीय नागरिक बताया है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अदालतें जल्द ही उसके भविष्य पर फैसला करेंगी. डोमिनिका के प्रधानमंत्री रूजवेल्ट स्केरिट एक बयान जारी कर कहा है कि चोकसी के अधिकारों का सम्मान किया जाएगा और कोर्ट भगोड़े कारोबारी के खिलाफ अगली कार्रवाई के बारे में फैसला लेगा.
चोकसी ने कथित महिला मित्र पर लगाए आरोप
स्केरिट ने अपने बयान में कहा, “उसके अधिकारों का सम्मान किया जाएगा और मामले में कोर्ट फैसला करेगी कि आगे क्या होगा.” उन्होंने कहा कि चोकसी के मामले में किसी भी तरह की कोई बाधा नहीं है, ये मामला भारत और एंटीगा का है. अपनी शिकायत में चोकसी ने कहा, “पिछले एक साल से बारबरा जबरीका के साथ मेरे दोस्ताना संबंध थे. 23 मई को उसने मुझे अपने घर बुलाया. जब मैं वहां गया तो 8 से 10 लोग उसके घर से निकले और मेरे साथ बुरी तरह मारपीट की.