ढ़िल्लो के बयान पर बीजेपी आग बबूला, हालात से निपटना सीएम के लिए बड़ी चुनौती
एसपीएन, पटना : आरएसएस पर दिए बयान को लेकर भाजपा और संघ दोनों एसएसपी के बयान से नाराज हैं. नीतीश कुमार के लिए इस बार दोहरे दबाव को झेलना आसान नहीं होगा. भाजपा के तमाम बड़े नेता एसएसपी के खिलाफ कार्रवाई को लेकर आक्रमक हैं. हालात से निपटना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए बड़ी चुनौती है.
मैदान-ए-जंग में कूदे बड़े नेता
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर उंगली उठी तो भाजपा खेमे में भूचाल मच गया. भाजपा के तमाम बड़े नेता मैदान-ए-जंग में कूद गए और एसएसपी पर कार्रवाई की मांग उठने लगी. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, सुशील मोदी, सम्राट चौधरी, हरी भूषण ठाकुर जैसे सरीखे नेता एसएसपी पर सीधे हमलावर हो गए. भाजपा आर-पार की लड़ाई के मूड में है और एसएसपी पर कड़ी कार्रवाई को लेकर नीतीश पर दबाव बनाए हुए है.
नीतीश कुमार ने साधी चुप्पी
पटना एसएसपी पर कार्रवाई को लेकर भाजपा नेता आक्रमक हैं, हालांकि जदयू की ओर से कुछ नेता मैदान में आए और बीच का रास्ता निकालने की कोशिश की. लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चुप्पी साध रखी है. गौरतलब है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर हमला किसी भी सूरत में भाजपा को गवारा नहीं है. क्योंकि आरएसएस की बुनियाद पर ही भाजपा खड़ी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह. राजनाथ सिंह जैसे सरीखे नेता संघ से ही आए हैं.
अशोक चौधरी होते कौन हैं
भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने भाजपा की मुहिम पर ही सवाल खड़े किए हैं. अशोक चौधरी ने कहा है कि आरएसएस पर टिप्पणी करने वाले लोग आज केंद्र की सरकार में मंत्री हैं. भाजपा की हर एक मांग को मानी नहीं जा सकती है. अशोक चौधरी के बयान पर पलटवार करते हुए पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि हमने एसएसपी पर कार्रवाई की मांग की है. अशोक चौधरी होते कौन हैं, हमने मांग तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से की है.’
बर्दाश्त करने के मूड में नहीं
दरअसल पूरा विवाद तब खड़ा हुआ, जब पटना के एसएसपी ने यह कह दिया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के तर्ज पर पीएफआई के लोग प्रशिक्षण शिविर चला रहे थे. ऐसे में पार्टी नेता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की छवि बिगाड़ने की कोई भी कोशिश बर्दाश्त करने के मूड में नहीं है. अगर किसी आईपीएस ऑफिसर को राष्ट्रवादी संगठन और आतंकवादी संगठन के बीच में अंतर पता नहीं है तो उसे पटना जैसे जगह में रहने का अधिकार नहीं है.
मंशा को कमजोरी ना समझे
बीजेपी प्रवक्ता डॉ राम सागर सिंह ने कहा हमने राम मंदिर के लिए चार-चार सरकारों की कुर्बानी दी है. भारत और बिहार की जनता आरएसएस पर किसी भी व्यक्ति या दल की आपत्तिजनक टिप्पणी को बर्दाश्त नहीं करेगी. आरएसएस पर कोई भी कुठाराघात करेगा तो उसे हम बर्दाश्त नहीं करेंगे. बिहार के विकास के लिए हम सरकार में साथ हैं और सरकार चला रहे हैं. यह हमारी मंशा है, लेकिन हमारी मंशा को कोई कमजोरी ना समझे.
नहीं थम रहा राजनीतिक बवाल
गौरतलब है कि पटना में पीएम नरेंद्र मोदी के विधानसभा शताब्दी वर्ष समापन समारोह कार्यक्रम में शामिल होने के दौरान दो संदिग्धों की गिरफ्तारी हुई थी. बाद में पता चला था कि ये लोग लंबे समय से यहां आतंकी गतिविधियां चला रहे हैं. इसको लेकर एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने एक प्रेस कॉंफ्रेंस की. उस दौरान उन्होंने आतंकी संगठन पीएफआई की कार्यप्रणाली की तुलना आरएसएस से कर दी. इसी को लेकर पूरे बिहार में राजनीतिक बवाल मचा हुआ है.