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पटना पहुंचे राकेश टिकैत, नेपाली नगर में अब सुलझाएंगे आवास बोर्ड का मामला

एसपीएन, पटना : दीघा के पूर्व मुखिया चंद्रवंशी सिंह के आमंत्रण पर राकेश टिकैत ने नेपाली नगर और दीघा के अन्य क्षेत्रों का दौरा किया. यहां बुलडोजर पर विवाद के बीच राकेश टिकैत ने कहा वे राज्य सरकार और केंद्र सरकार को इस संबंध में पत्र लिखेंगे. इतना ही नहीं बल्कि यह भी कहा कि भविष्य में इसके लिए आंदोलन भी खड़ा किया जाएगा और किसानों के साथ किसी तरह का अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

प्रशासन मुद्दे को भटका रहा

वहीं दीघा के पूर्व मुखिया का कहना था कि आवास बोर्ड पिछले 48 वर्षों से जमीन पर कब्जा करने का दावा कर रहा है, लेकिन एक रुपया किसी किसान को मुआवजा नहीं मिला. सरकार पहले मुआवजा दे, इसके बाद जमीन अधिग्रहण करे. यह मामला अतिक्रमण का नहीं बल्कि मुआवजे का है. आवास बोर्ड और जिला प्रशासन मुद्दे को भटका रहा है.

किसानों के साथ घोर अन्याय

इस दौरान राकेश टिकैत ने किसानों की बात को गंभीरता से लेते हुए कहा कि किसानों के साथ घोर अन्याय हुआ है. इसकी लड़ाई खुद लड़ूंगा. कहा कि सरकार बिना मुआवजे के किसी की जमीन नहीं ले सकती है. अगर दीघा में ऐसा हुआ है तो अधिग्रहण को अवैध माना जाएगा. किसी का घर तोड़ देना अन्याय है. उन्होंने इस संबंध में सभी दस्तावेज भी देखे.

बड़े आंदोलन की जरूरत है

मत्था टेकने के दौरान राकेश टिकैत ने कहा कि देश में बड़े आंदोलन की जरूरत है. क्योंकि आज देश में बहुत बड़ी साजिश चल रही है जिसके लिए आंदोलन करने की जरूरत है. आज जिस तरह से खाने-पीने के सामानों पर 5% जीएसटी लगाकर मध्यम वर्गीय परिवार एवं आम जनमानस को परेशान किया जा रहा है. इस जीएसटी से बड़े-बड़े पूंजीपतियों को बढ़ावा मिलेगा.

किसानों का हो रहा पलायन

उन्होंने कहा की सरकार किसानों को बेहतर सुविधा नहीं दे रही है. टिकैत ने कहा की पटना में भी आंदोलन की जरूरत है. राकेश टिकैत ने कहा की बिहार के किसान ने पलायन किया तो डबल इंजन की सरकार के खिलाफ पटना को नई दिल्ली बना दूंगा. बाजार समिति और मंडी को सरकार पुनः बहाल करे. उन्होंने कहा की मंडी का कोई भी जमीन नही बिकेगा, यह जमीन किसान की है.

धनखड़ किसान आंदोलन की देन

जगदीप धनखड़ को उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बनाए जाने को लेकर टिकैत ने कहा कि मैं राजनीतिक दल से जुड़ा नहीं हूं और न ही राजनीतिक दलों से कोई लेना देना है. धनखड़ के लिए न सपोर्ट करने को कहूंगा. राकेश टिकैत ने कहा कि मेरे किसान आंदोलन की देन है कि किसान के बेटे को उपराष्ट्रपति पद के लिए बीजेपी ने उम्मीदवार बनाया है.

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