एसएसपी के बयान पर बवाल, पीएफआई की तुलना आरएसएस से, बैकफुट पर पुलिस
एसपीएन, पटना : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार दौरे से पहले आइबी के इनपुट पर पटना पुलिस ने दो आतंकियों को गिरफ्तार किया, जो भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने के लिए मिशन 2047 पर काम कर रहा था. बुधवार को इनकी गिरफ्तारी के बाद आतंकियों के बड़े नेटवर्क का खुलासा हुआ है. वहीं एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लों के एक बयान के बाद बीजेपी में बवाल मच गया है.
आरएसएस की तरह देते हैं ट्रेनिंग
एसएसपी ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की तुलना विवादित संगठन पोपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया यानि पीएफआइ से कर दी. पटना के एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लों ने गिरफ्तार आतंकियों और उसके संगठन और उसके मंसूबों के बारे में विस्तार से जानकारी दी. इस दौरान एसएसपी ने कहा कि जिस तरह आरएसएस अपनी शाखा में लाठी की ट्रेनिंग देती हैं. उसी तरह से ये लोग भी शारिरीक प्रशिक्षण के नाम पर यूथ को बुलाकर प्रशिक्षित कर रहे हैं.
सरकार से बर्खास्त करने की मांग
एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लों के बयान पर बीजेपी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. हर मुद्दे पर मुखर रहने वाले बीजेपी विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने कहा कि एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लों ‘दिमागी तौर पर दिवालिया हो गए हैं. बचौल ने सरकार से मांग की उन्हें तुरंत बर्खास्त किया जाए. उन्होंने कहा एक आतंकी संगठन है से आरएसएस की तुलना बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ एक सांस्कृतिक और राष्ट्र निर्माण से जुड़ा संगठन है.
दिमाग की जांच कराएं एसएसपी
वहीं बीजेपी प्रवक्ता मनोज शर्मा ने कहा, ‘इस तरह की तुलना उनके दिवालियापन को दर्शाती है. एसएसपी को अपने दिमाग की जांच करानी चाहिए. शर्मा ने कहा कि मानवजीत सिंह ढिल्लों को आरएसएस के बारे में कोई कंफ्यूजन है तो एक बार जाकर प्रशिक्षण ले लें. नहीं तो आएसएस में गाए जाने वाले गीत को ही ध्यान से सुनें. आरएसएस राष्ट्र निर्माण करने वाली संस्था है. भाजपा के तल्ख तेवर के बाद पुलिस मुख्यालय हरकत में आया है.
एसएसपी से मांगा जाएगा जवाब
वहीं बिहार के एडीजी हेडक्वार्टर जे.एस. गंगवार ने पटना एसएसपी द्वारा पीएफआई की तुलना राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से किये जाने पर सफाई दी है. उन्होंने कहा है कि एसएसपी का बयान गैरजरूरी था. एडीजी मुख्यालय ने कहा कि पटना एसएसपी से इस संबंध में जवाब मांगा जायेगा. उन्होंने कहा कि पटना एसएसपी अनुसंधान पर ध्यान केंद्रित करें. पीएफआई और आरएसएस में तुलना करना सही नहीं. पुलिस ने 26 लोगों पर एफआईआर दर्ज की गयी है, जिनमें इसमें अधिकांश बिहार के ही हैं.