झारखंड में एक मार्च से खुलेंगे स्कूल व कॉलेज, आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक में फैसला

एसपीएन,रांची । झारखंड में सीएम हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक में फैसला लिया गया है कि 1 मार्च से कॉलेज, कोचिंग संस्थान, पार्क, सिनेमाघर, कौशल विकास केंद्र और आठवीं, नौवीं और 11वीं की कक्षाएं शुरू हो जाएंगी. सरकारी कार्यालयों में रोस्टर व्यवस्था खत्म कर दी गई है. अब सभी सरकारी कार्यालयों में शत प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य कर दी गई है.
एक मार्च से हटेगा पार्क पर लगा प्रतिबंध
पार्क में लगा प्रतिबंध भी एक मार्च से हट जाएगा और खेल या कार्यक्रम का आयोजन खुली जगह पर अधिकतम एक हजार दर्शकों के साथ आयोजित करने की अनुमति 1 मार्च से मिलेगी. सीएम ने राज्य के लोगों से अपील की है कि कोरोना संक्रमण काल अभी समाप्त नहीं हुआ है और इसे नजरअंदाज न करें. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि 25 फरवरी से आईटीआई शुरू करें, क्योंकि उनकी परीक्षा लेनी आवश्यक है.
त्योहारों के लिए परिस्थितियों के अनुसार निर्णय
यूनिवर्सिटी यूजीसी की गाइडलाइन के अनुरूप कार्य करने को स्वतंत्र हैं, लेकिन कोरोना संक्रमण को लेकर जारी गाइडलाइन का पूर्ण रूप से पालन करना अनिवार्य होगा. अभी किसी प्रकार के जुलूस पर रोक जारी रहेगी. हालांकि अप्रैल में होने वाले रामनवमी, सरहुल समेत अन्य पर्व-त्योहारों को देखते हुए सरकार उस समय परिस्थितियों के अनुसार निर्णय लेगी.अधिकतम 1000 व्यक्तियों के साथ मेला- प्रदर्शनी तथा खेलकूद प्रतियोगिताएं कराई जा सकेंगी.
निर्देशों का पालन नहीं करने पर होगी कार्रवाई
सार्वजनिक स्थान पर फेसकवर-मास्क एवं सामाजिक दूरी का अनुपालन अनिवार्य रहेगा तथा दिशा-निर्देशों के उल्लंघन होने पर आपदा प्रबंधन अधिनियम की संबंधित धारा के तहत कार्रवाई होगी. बंद स्थान में क्षमता से 50 प्रतिशत लोगों के ही एकत्रित होने की अनुमति होगी. खुली जगहों पर अधिकतम 1000 व्यक्ति एकत्रित हो सकेंगे. स्कूल जाने के लिए अभिभावकों की अनुमति जरूरी, पर छात्रों की उपस्थिति अनिवार्य नहीं होगी.