तेज प्रताप से नाराज आरजेडी के जगदानंद सिंह का इस्तीफा, आलोक होंगे प्रदेश अध्यक्ष
एसपीएन, पटना: लालू के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव के रवैये से नाराज आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने अपना पद छोड़ने की पेशकश कर दी है. जगदानंद सिंह ने तेजस्वी यादव और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को भी इसकी जानकारी दे दी है. हालांकि पार्टी के नेताओं का कहना है स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए उन्होंने अपना इस्तीफा सौंपा है. राजद सुप्रीमो ने अभी इस्तीफा स्वीकार नही किया है, लेकिन इसी बीच राजद के नए प्रदेश अध्यक्ष की भी चर्चा हो गई है. खबर यह भी आ रही है कि आलोक मेहता राजद के नए प्रदेश अध्यक्ष होंगे.
खुले मंच से जगदा बाबू का उड़ाया था मजाक
राजद के अंदरखाने से जो खबर आ रही है जगदानंद सिंह के पार्टी के स्थापना दिवस समारोह के मौके पर तेज प्रताप यादव के निशाने पर थे. तेज प्रताप यादव ने खुले मंच से जगदा बाबू का खूब मजाक उड़ाया था. तेज प्रताप को मंच पर भाषण के दौरान जब पार्टी के बाकी नेताओं को हाथ उठाने के लिए कह रहे थे. तब जगदानंद सिंह में हाथ नहीं उठाया था. इस पर तेज प्रताप ने यहां तक कह दिया था कि चाचा जगदानंद सिंह लगता है मुझ पर नाराज हैं. इसलिए हाथ नहीं उठा रहे. तेज प्रताप से कहा था कि वह पार्टी में भौंकने वाले नेताओं की फिक्र नहीं करते. आपको बता दें कि राजद सुप्रीमो लालू के बड़े लाल तेजप्रताप औऱ जगदानंद सिंह के बीच रिश्ते में पहले से तल्खी देखी जा रही थी.
पूर्वे से भी तेजस्वी यादव के साथ नहीं थी पटरी
27 नवंबर, 2019 को जगदानंद सिंह को राजद के प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंपी गई थी. इसके पहले भी रामचंद्र पूर्वे की पटरी तेजस्वी यादव के साथ नहीं बैठती थी. ऐसे में पार्टी एक ऐसे नेता की तलाश कर रही थी, जिसकी साफ छवि हो औरपार्टी के लिए एक अभिभावक के तौर पर काम कर सके. लालू प्रसाद यादव के जेल जाने के बाद चुनावों में पार्टी की परफॉर्मेंस लगातार गड़बड़ाती जा रही थी. ऐसे में लालू ने जगदानंद सिंह पर भरोसा जताते हुए उन्हें पार्टी की कमान सौंपने का फैसला किया था. जगदानंद सिंह रामगढ़ से लंबे समय तक एमएलए रहे हैं और बक्सर से एक बार सांसद भी रह चुके हैं. राजद सरकार में जल संसाधन मंत्री रहे जगदा बाबू की छवि एक ईमानदार और कर्मठ नेता के तौर पर होती है.
तेजस्वी को लालू के फैसले का इंतजार
जैसे ही यह खबर आई कि जगदानंद सिंह ने प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है. आरजेडी कार्यालय में मीडिया का जमावड़ा हो गया. जगदानंद सिंह से जब सवाल किया गया तो उन्होंने इस बात का सीधा जवाब नहीं दिया कि इस्तीफा दिया गया है या नहीं. यह कहते रहे कि तेज प्रताप यादव अगर मुझे चाचा करते हैं. तो नाराज कैसा होना. उन्होंने इस्तीफे की खबर का खंडन नहीं किया और कहते रहे कि वह इस मामले पर कुछ भी नहीं कहना चाहते. संभव है कि तेजस्वी यादव जब तक लालू यादव से इस मामले पर बात नहीं कर लेते तब तक एक जगदा बाबू कुछ बोलना नहीं चाहते हो. अब देखना यह है कि क्या लालू यादव के मनाने पर इस्तीफा वापस ले लेंगे.