फुलप्रुफ होगी कांवर यात्रा, टेंट सिटी में ठहरेंगे भक्त, एलइडी स्क्रीन पर भजन का आनंद
एसपीएन डेस्क : बिहार सरकार का पर्यटन विभाग श्रावणी मेला-2022 के अवसर पर श्रद्धालुओं को कावंरिया पथ पर आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराने को लेकर तैयारियों में जुटा है. क़ोरोना काल के बाद पहली बार आयोजित होने जा रहे श्रावणी मेले में कांवरियों की संभावित बड़ी संख्या को देखते हुए पर्यटन विभाग ने व्यापक तैयारी की है.
14 जुलाई से 12 अगस्त तक कांवर यात्रा
कोरोना ब्रेक के बाद फिर से कांवड़ यात्रा की तैयारी शुरू कर दी गई है. 14 जुलाई से 12 अगस्त तक बिहार के सुल्तानगंज से गंगाजल उठाकर श्रद्धालु देवघर तक 112 KM की दूरी पैदल तय करेंगे. झारखंड सरकार के साथ ही इस बार बिहार सरकार ने भी श्रावणी मेले को लेकर बड़ी तैयारी करने का दावा किया है. इसकेलिए एक सौ किलोमीटर तक कच्ची सड़क बनाई गई है. मेले में इस बार हर रोज 1 लाख से 1.5 लाख श्रद्धालुओं के देवघर पहुंचने की संभावना जताई जा रही है.
24 घंटे चालू रहेंगे सभी सूचना केंद्र
सुल्तानगंज से बिहार-झारखण्ड की सीमा तक 11 पर्यटन सूचना केंद्र बनाए गए हैं, जहां श्रद्धालुओं को बाबाधाम जाने के बारे में पूरी जानकारी दी जाएगी. ये केंद्र सुल्तानगंज रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, सुल्तानगंज घाट, घांडी बेलारी, कुमारसार, धौरी, सुइया, अबरखा, कटोरिया, इनारावरण एवं डुम्मा में बनाए जाएंगे. सभी सूचना केंद्र 24 घंटे चालू रहेंगे और हर सेंटर पर 2 कर्मचारी कार्यरत रहेंगे. इसके अलावा अबरखा (बांका) में टेंट सिटी का भी निर्माण किया जाएगा. हर तरह की सुविधाओं से लैश टेंट सिटी में 500 लोगों के सोने की व्यवस्था होगी.
मार्ग पर चलंत शौचालयों की सुविधा
चेजिंग रूम, प्रकाश की व्यवस्था, शौचालय, स्नान गृह, पंखा और सफाई की व्यवस्था की जाएगी. सुल्तानगंज में बड़े-बड़े एलइडी स्क्रीन लगाए जाएंगे, जिस पर बिहार पर्यटन विभाग का विज्ञापन एवं भजन का अनवरत प्रसारण होता रहेगा. कांवरिया पथ में 50 स्थानों पर स्वागत द्वार बनाए जाएंगे. कांवरियाें की सुविधा के लिए कांवर मार्ग पर 20 चलंत शौचालय की व्यवस्था की जाएगी. कांवरिया परिपथ में महत्वपूर्ण स्थानों पर माइक एनाउंसमेंट की व्यवस्था की जाएगी.