पूर्णिया में छापेमारी करने गई ईडी की टीम को पीएफआई के कार्यकर्ताओं ने घेरा, कार्यालय से मिले अहम कागजात
टीम ने प्रदेश अध्यक्ष महबूब आलम समेत अन्य सदस्यों से संगठन की फंडिंग से जुड़े मामले, आय के स्रोत, संगठन के कार्य के बारे में पूछताछ की.
पूर्णिया, एसपीएन। ईडी की टीम ने पूर्णिया में पीएफआई के प्रदेश कार्यालय में दिल्ली से आई पांच सदस्यीय टीम सहायक खजांची थाना के राजाबाड़ी स्थित कार्यालय में दस घंटे तक छापेमारी की. इस दौरान टीम ने प्रदेश अध्यक्ष महबूब आलम समेत अन्य सदस्यों से संगठन की फंडिंग से जुड़े मामले, आय के स्रोत, संगठन के कार्य के बारे में पूछताछ की. छापेमारी कर ऑफिस से बाहर निकली तो पीएफआई के सदस्यों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया. विरोध प्रदर्शन के कारण पुलिस के सहयोग से ईडी की टीम किसी तरह वहां से निकलकर गाड़ी में बैठ कर रवाना हो गई. टीम अपने साथ संस्था के बैंक स्टेटमेंट, कुछ दस्तावेज और अन्य कागजात ले गई है.
दो लाख नगद और कुछ पासबुक मिले
टीम जब कार्यालय पहुंची उस वक्त वहां सिर्फ शमशीर आलम नाम का छात्र था. शमशीर ने महबूब आलम को फोन कर बुलाया. इसके बाद ईडी ने उससे पूछताछ की. सूत्रों के मुताबिक प्रदेश कार्यालय से 2 लाख नगद और कुछ पासबुक मिलने की बात सामने आई है. महबूब आलम ने इसे बदले की कार्रवाई बताते हुए कहा कि देश में चल रहे किसान आंदोलन से ध्यान भटकाने के लिए केंद्र सरकार ईडी का इस्तेमाल पीएफआई को बदनाम करने के लिए कर रही है.
दरभंगा में भी ईडी ने की कार्रवाई
ईडी ने गुरुवार को दरभंगा में पीएफआई के प्रदेश महासचिव मो. सनाउल्लाह के सिंहवाड़ा थाना क्षेत्र के शंकरपुर स्थित आवास पर छापेमारी की. सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक 5 घंटे चली जांच में सनाउल्लाह के परिवार के सदस्यों से टीम ने पूछताछ की. हालांकि, सनाउल्लाह के बारे में परिवार के लोगों ने बताया कि वह कोलकाता गए हैं. ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय पटना से प्रवर्तन निदेशालय के सहायक निदेशक रवि भूषण के नेतृत्व में पहुंची पांच सदस्यीय टीम ने सिंहवाड़ा थाना पुलिस के सहयोग से सनाउल्लाह की दो मंजिला इमारत की पड़ताल की.
9 राज्यों में 26 ठिकानों पर ईडी का छापा
वहीं, पीएफआई पर दिल्ली में हुए दंगों के लिए भी फंडिंग का आरोप लगा है. इसी सिलसिले में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया से जुड़े 9 राज्यों के 26 ठिकानों पर गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय ने छापे की कार्रवाई शुरू की. प्रवर्तन निदेशालय की टीम में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के जुड़े दुकानों पर मनी लॉन्ड्रिंग के मामले की जांच कर रही है. बहरहाल देखना है कि जांच में क्या मामला सामने आता है. सीएए व एनआरसी के मुद्दे पर देश भर में प्रदर्शन के लिए पीएफआई पर फंडिंग का आरोप है.