प्रधानमंत्री मोदी आज शाम 5 बजे कोरोना के हालात को लेकर राष्ट्र को करेंगे संबोधित
एसपीएन,नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को 5 बजे संबोधित करेंगे. इस आशय की जानकारी पीएमओ ने ट्वीट कर के दी है. माना जा रहा है कि पीएम देश में कोरोना के मौजूदा हालात को लेकर चर्चा के साथ टीकाकरण के संबंध में भी देश का आह्वान कर सकते हैं. पीएम का संबोधन ऐसे वक्त में हो रहा है जब देश के कई राज्यों में अनलॉक की प्रक्रिया धीरे-धीरे गति पकड़ रही है.
61 दिन बाद सबसे कम केस
ऐसे में पीएम लोगों को दवाई और कड़ाई का संदेश एक बार फिर दे सकते हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार देश में 61 दिन बाद सबसे कम मामले दर्ज किए गए. सोमवार को भारत में कोविड-19 के 1,00,636 नए मामले सामने आने के बाद देश में कोरोना वायरस के संक्रमितों की संख्या बढ़कर 2,89,09,975 हो गई. वहीं उपचाराधीन मरीजों की संख्या कम होकर 14,01,609 हो गई है.
45 दिन में मौत के सबसे कम मामले
मंत्रालय की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, 2,427 और लोगों की संक्रमण से मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 3,49,186 हो गई. पिछले 45 दिन में संक्रमण से मौत के ये सबसे कम मामले सामने आए हैं. इससे पहले छह अप्रैल को 24 घंटे में संक्रमण के 96,982 नए मामले सामने आए थे. देश में अभी तक कुल 36,63,34,111 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई है, जिनमें से 15,87,589 नमूनों की जांच रविवार को की गई.
14 दिन से संक्रमण की दर 10 प्रतिशत से कम
नमूनों के संक्रमित आने की दर 6.34 प्रतिशत है. पिछले 14 दिन से संक्रमण की दैनिक दर 10 प्रतिशत से कम बनी है. वहीं, संक्रमण की साप्ताहिक दर भी कम होकर 6.21 प्रतिशत हो गई है. मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में अभी 14,01,609 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है, जो कुल मामलों का 4.85 प्रतिशत है. पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मामलों में कुल 76,190 की गिरावट आई है.
ठीक होने की दर भी बढ़कर 93.94 प्रतिशत
देश में अभी तक कुल 2,71,59,180 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर भी बढ़कर 93.94 प्रतिशत हो गई है. वहीं, कोविड-19 से मृत्यु दर 1.21 प्रतिशत हो गई है. देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितम्बर को 40 लाख से अधिक हो गई थी. देश में 19 दिसम्बर को ये मामले एक करोड़ के पार और चार मई को दो करोड़ के पार चले गए थे.