सफेद नहीं खाइए पीली और गुलाबी फूल गोभी, महाराष्ट्र के किसान का आइडिया
आजतक आपने फूलगोभी का रंग मटमैला या सफेद ही देखा होगा. लेकिन क्या आपने कभी गुलाबी या पीले रंग की फूलगोभी देखी है? महाराष्ट्र के नासिक जिले के एक किसान ने ऐसा कर दिखाया है. वे राज्य में एकमात्र किसान है, जिसके पास ये विशेष रूप से विकसित फूलगोभी हैं और उसकी खड़ी फसल कटाई के लिए तैयार है.
एसपीएन, मुंबई। मालेगाव के दाभाड़ी गांव के महिंद्रा निकम ने हाइब्रिड फूलगोभी की खेती की है. उन्होंने 2 महीने पहले स्विट्जरलैंड की कंपनी सिनजेंटा एग्रीकल्चरल साइंस एंड टेक्नोलॉजी से 40 हजार रुपये के फूलगोभी के बीज खरीदे और एक एकड़ जमीन पर बोए. इन बीजों को बोने के बाद उनके खेत में पीले और गुलाबी रंगों की फूलगोभी उग आई है.
सामान्य से ज्यादा आती है लागत
उनका कहना है कि इस गोभी को उगाने की लागत सामान्य से ज्यादा आती है. दूर से अगर इन गोभी के खेतों को देखा जाए तो ये किसी बड़े फूलों के खिले होने जैसा आभास देती है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब तक वह राज्य में एकमात्र किसान है, जिसके पास ये विशेष रूप से विकसित फूलगोभी हैं और उसकी खड़ी फसल कटाई के लिए तैयार है.
सेहत के लिए लाभकारी है हाइब्रिड गोभी
महाराष्ट्र में इस तरह की फूलगोभी उगाए जाने के बाद राज्य के कृषि मंत्री दादाजी भूस का कहना है कि आमतौर पर फूलगोभी सफेद होती है लेकिन वह पीले और बैंगनी फूलगोभी उगाते हैं. उनकी लागत नियमित फूलगोभी की तुलना में अधिक होगी. उनकी लागत नियमित फूलगोभी की तुलना में अधिक होगी. बता दें कि हाइब्रिड फूलगोभी सेहत के लिए बहुत ज्यादा लाभकारी मानी जाती है.
आयोडीन की मिलती है प्रचूर मात्रा
इस तरह की फूलगोभी में कैल्शियम, फॉस्फोरस, प्रोटीन, कार्बोहायड्रेट और लौह तत्व के अलावा विटामिन ए, बी, सी, आयोडीन प्रचूर मात्रा में पाया जाता है. जैसे भारतीय घरों में सफेद गोभी का इस्तेमाल कई तरह की सब्जी, परांठे और चीजों में होता है. वैसे ही हाइब्रिड फूलगोभी का उपयोग किया जा सकता है. पर्याप्त विटामिन के लिए वैसे ही हाइब्रिड फूलगोभी का उपयोग किया जा सकता है. (फोटो साभारः ANI)