इंवेस्टमेंट डेस्टिनेशन बनेगा बिहार, इंवेस्टर्स मीट में 30 हजार करोड़ के निवेश का प्रस्ताव
एसपीएन, पटना : लंबे अंतराल के बाद हुए बिहार इंवेस्टर्स मीट 2022 में इतनी बड़ी संख्या में नामी कंपनियों के प्रतिनिधियों का जुटना, बिहार के लिए बड़े सौभाग्य की बात है. इससे यह विश्वास और मजबूत हुआ है कि बिहार उद्योग जगत में काफी ऊंचाई हासिल करके रहेगा. बिहार औद्योगिक ईकाईयों की स्थापना के लिए निवेश का पसंदीदा डेस्टिनेशन बन रहा है. पिछले एक साल में 36 हजार करोड़ का निवेश आ चुका है. 87 छोटी-बड़ी औद्योगिक इकाइयां स्थापित हो चुकी हैं.
ऐतिहासिक रहा बिहार इंवेस्टर्स मीट 2022
दिल्ली के होटल ताजमान सिंह में बिहार इंवेस्टर्स मीट 2022 ऐतिहासिक रहा. 30 बड़ी कंपनियों समेत इस समिट में देशभर की 170 कंपनियां इसमें शामिल हुईं. अडानी, लूलू ग्रुप, आईटीसी, एचयूएल, कोका कोला, अमेजन, फ्लिपकार्ट, सैमसंग, अमूल, ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज, पतंजलि, ऊषा मार्टिन, होंडा, एल एंड टी, अरविंद मिल्स, टाटा ब्लूस्कोप, केईआई इंडस्ट्रीज, श्री सीमेंट, अंबुजा समेत देश की कई बड़ी और नामी कंपनियों के प्रतिनिधि बिहार इंवेस्टर्स मीट में शामिल हुए.
बिहार में शॉपिंग मॉल बनाएगा लूलू ग्रुप
अडानी एंटरप्राइजेज के निदेशक और एमडी प्रणव अडानी ने कहा कि ये वाकई काबिले तारीफ है कि बिहार तेजी से इंवेस्टेमेंट डेस्टिनेशन के रुप में उभर रहा है और अडानी ग्रुप की तरफ से बहुत जल्द एक प्रतिनिधि मंडल निवेश की संभावनाओं को देखने के लिए बिहार जाएगा. दुबई से दिल्ली पहुंचे लुलु ग्रुप इंटरनेशनल के चेयरमैन और एमडी एम ए युसूफ अली ने कहा बिहार पूर्वोत्तर भारत का बड़ा औद्योगिक क्षेत्र बनने के लिए अनुकूल माहौल बनाने में सफल रहा है. बिहार में लूलू ग्रुप फूड प्रोसेसिंग सेक्टर में निवेश करेगा साथ ही एक शॉपिंग मॉल भी बनाएगा.
बिहार में आईटीसी के 9 उत्पादन प्लांट हैं
आईटीसी के चेयरमैन और एमडी संजीव पूरी ने भी बिहार में बड़े निवेश का ऐलान करते हुए कहा आईटीसी बिहार में 100 साल से मौजूद है और बिहार से गहरा रिश्ता है. आने वाले दिनों में ये रिश्ता और मजबूत होगा. उन्होंने कहा कि फिलहाल बिहार में आईटीसी के 9 उत्पादन प्लांट हैं और आने वाले दिनों में आईटीसी बिहार में फूड प्रोसेसिंग सेक्टर में निवेश को और बढ़ाएगा. बिहार एग्रो पावर हाऊस है और सरकार ने जो हाल में सिंगल विंडो सिस्टम, ईज ऑफ डूंईंग बिजनेस को बेहतर करने के लिए कई कदम उठाए हैं, उससे राज्य के औद्योगिकीकरण में काफी तेजी आएगी.
पटना में भी होगा इंन्वेस्टर्स मीट
वहीं शाहनवाज हुसैन ने कहा कि बिहार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का मार्गदर्शन है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी का नेतृत्व है तो बिहार को पहचान बनाने से कोई रोक नहीं पाएगा. बिहार में मौजूद श्रमशक्ति, बिहार में मौजूद संसाधन और बिहार के आसपास पूर्वोत्तर भारत के राज्यों से लेकर नेपाल, भूटान, बांग्लादेश समेत कई पड़ोसी देशों का 55 करोड़ से ज्यादा आबादी का बाजार बिहार को एक सफल और शानदार इंवेस्टमेंट डेस्टिनेशन बनाएगा. आने वाले दिनों में, मुंबई, सूरत और देश के अन्य शहरों के साथ पटना में भी इंन्वेस्टर्स मीट करेंगे और बिहार को उद्योग के क्षेत्र में अग्रणी बनाएंगे.
पूरी तरह बदल गया अब बिहार
मीट का शुभारंभ करते हुए बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने उद्योगपतियों से कहा बिहार अब पूरी तरह बदल गया है. 2004 में बिहार का बजट जो सिर्फ 25 हजार करोड़ का था, जो बढ़कर 2 लाख 37 हजार करोड़ का हो गया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में मौजूदा एनडीए सरकार शिद्दत से बिहार को उद्योग क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए कोशिश कर रही है, जो बिहार को एक सफल और शानदार इंवेस्टमेंट डेस्टिनेशन बनाएगा. मौके पर बिहार के विकास आयुक्त विवेक कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव और बिहार के वित्त विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्दार्थ, उद्योग विभाग के प्रधान सचिव संदीप पौंड्रिक और बिहार सरकार के अन्य कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे.
बनेगी टेक्सटाइल और लेदर पॉलिसी
बिहार में 17 इथेनॉल कंपनियां लग रही हैं, जिनमें से एक का शुभारंभ हो चुका है और तीन और इथेनॉल उत्पादन प्लांट तैयार हैं. 2021 में लाई गई बिहार इथेनॉल पॉलिसी अत्यंत सफल रही और इसके तहत बिहार में 30 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव आए. पिछले एक साल में बिहार में 36 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव आ चुके हैं और बहुत जल्द हम टेक्सटाइल और लेदर पॉलिसी भी लाने वाले हैं. टेक्सटाइल और लेदर पॉलिसी आने के बाद बिहार में एक बार फिर निवेश का बड़ा प्रोपोजल आएगा.