कोरोना काल में कितना उपयोगी योग, इसी थीम पर इस वर्ष मनेगा इंटरनेशनल योग दिवस
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एसपीएन, दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र की ओर से हर साल मनाया जाने वाला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस इस साल भी 21 जून को मनाया जा रहा है. बीते दो साल के कोविड संक्रमण के दौरान यह देखा गया है कि योग ना केवल शारीरिक तौर पर बल्कि लोगों की मानसिक और मनोवैज्ञानिक तौर पर मजबूत रख रहा है जिससे वे कोविड संबंधी मुश्किलों और अवसाद का बेहतर ढंग से सामना कर पा रहे हैं. कोविड संक्रमण के चलते इसका आयोजन पिछले साल के आयोजन की तरह ही वर्चुअली किया जाएगा. इस बार संयुक्त राष्ट्र ने इसे योग फ़ोर वेल बीइंग यानी कल्याण के लिए योग रखा है.
2015 में मनाया गया पहला अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस
21 जून, 2015 को पहला अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया था. संयुक्त राष्ट्र में भारत की पहल पर दुनिया के लगभग सभी देश स्वस्थ रहने के लिए योग के प्रसार की इस मुहिम में शामिल हुए थे. 21 जून के दिन की एक खासियत है कि यह वर्ष का सबसे लंबा दिन होता है और योग के निरंतर अभ्यास से व्यक्ति को लंबा जीवन मिलता है इसलिए इस दिन को योग दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया गया. संयुक्त राष्ट्र ने अपने बयान में कहा कोविड महामारी के दौर में सेहतमंद रहने और सामाजिक अलगाव एवं अवसाद से लड़ने के लिए योग को अपनाने की प्रवृति बढ़ी है. योग कोविड-19 से संक्रमित लोगों के ठीक होने में अहम भूमिका निभा रहा है.
संयुक्त राष्ट्र की महासभा में मोदी ने की थी पहल
इंटरनेशनल योग डे मनाने का प्रस्ताव सबसे पहले भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 सितंबर, 2014 को संयुक्त राष्ट्र की महासभा दिया था, जिसका 175 देशों ने समर्थन किया था,अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने योग को भारत की प्राचीन परंपरा का अमूल्य उपहार बताया था. इस संयुक्त राष्ट्र के किसी प्रस्ताव पर इतने देशों का समर्थन इससे पहले कभी नहीं मिला था. इसे देखते हुए संयुक्त राष्ट्र ने हर साल 21 जून इंटरनेशनल योग डे मनाने की घोषणा की. 21 जून, 2015 को दिल्ली के राजपथ पर पहले इंटरनेशनल योग डे का आयोजन हुआ, जिसमें भारत के प्रधानमंत्री और दुनिया के जाने माने राजनीतिक प्रतिनिधियों के साथ करीब 36 हज़ार लोगों ने इसकी शुरुआत की.
पर्यावरण संरक्षण के साथ योग भी था थीम
21 जून, 2016 को दूसरा इंटरनेशनल योग डे का औपचारिक आयोजन चंडीगढ़ में हुआ, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में 30 हज़ार लोगों के साथ 150 दिव्यांगों ने भी हिसा लिया.21 जून, 2017 को प्रधानमंत्री मोदी ने लखनऊ में करीब 51 हज़ार प्रतिभागियों के साथ योगा किया. इस साल का थीम स्वास्थ्य के लिए योग था. 21 जून, 2018 को प्रधानमंत्री मोदी देहरादून में 50 हज़ार प्रतिभागियों के साथ योग करते नज़र आए, इस साल का थीम था शांति के लिए योग. अगले साल प्रधानमंत्री योग मनाने के लिए रांची पहुंचे. 21 जून, 2019 के इंटरनेशल योग डे का थीम पर्यावरण के साथ योग था.